Basant Panchami Festival in Hindi | बसंत पंचमी त्यौहार क्यों मनाया जाता है जानिए | Basant Panchami in Hindi | बसंत पंचमी त्यौहार | Basant Panchami for Marriage | बसन्त पंचमी | Basant Panchami Vivah Muhutat | बसंत पंचमी कब है | Basant Panchami Date, बसंत पंचमी त्यौहार । Basant Panchami Kab Hai, बसंत पंचमी त्यौहार कब है
दोस्तो जैसे ही नया साल कि शुरूआत होती है तो हिन्दु धर्म में तो त्यौहारों का आना भी शुरू हो जाता है। जैसे मकर सक्रांति, पोंगल, लोहडी, बसंत पंचमी, होली, रक्षा बंधन आदि। ये सभी त्यौहार अपने आप में खास महत्व रखते है और इनमें से कई त्यौहार है जो किसान वर्ग के द्वारा मनाए जाते है। जैसे पोंगल, लोहड़ी, बसंत पंचमी, काति बिहू आदि त्यौहार है जो किसान अपनी फसल की खुशी में मनाते है। क्योंकि जब किसानों की फसल अच्छी होती है तो वो कई प्रकार के पर्व मनाते है
किन्तु आज के इस लेख में हम बात करेगे बसंत पंचमी त्यौहार Basant Panchami Festival in Hindi के बारें में जो प्रतिवर्ष माघ महीने की शुक्लपक्ष की पंचमी के दिन आता है। और इस वर्ष बसंत पंचमी का पर्व जनवरी महिने में मनाई जाएगी। इस खास त्यौहार पर विद्या की देवी माता सरस्वती की पूजा की जाती है। और यदि आप बसन्त पंचमी पर्व के बारें में विस्तार से जानना चाहते है तो पोस्ट के अतं तक बरे रहे।
आखिर क्यों मनाया जाता है बसन्त पंचमी का त्यौहार

वेदों-पुराणों व शास्त्रों के अनुसार इस दिन भगवान प्रजापति ब्रह्मा जी ने शिक्षा, ज्ञान, बुद्धि, विद्या की देवी व कला व संगीत कि प्रतीक माता सरस्वती को अपने कमण्डल के जल से अवतरित किया था। जिसे कला, संगीत व ज्ञान, वाणी आदि की देवी कहा जाता है और उनके जन्म के उपल्क्ष में प्रतिवर्ष माघ मास की शुक्लपक्ष की पंचमी को बसंत पंचमी मनाई जाती है। दूसरी ओर इस दिन से वसंत ऋतु (Basant Panchami) की शुरूआत होती है।
पाैराणिक मान्यताओं के अनुसार हमारे हिन्दु धर्म में बसंत पंचमी को अबूज शावा होने के कारण अति शुभ मुहूर्त व दिन माना जाता है। जिस कारण शादी-विवाह समारोह अन्य किसी प्रकार का कार्यक्रम बसंत पंचमी वाले दिन रखते है। क्योंकि ऋतु पिरवर्तन होने के कारण चारो ओर फूलो से सजे हुए पेड़-पौधे दिखाई देते है। क्योंकि अधिकतर पेड़ो में पुष्प बसंत ऋतु पर ही खिलते है
बसन्त पंचमी कब है (Basant Panchami 2023 Me kab Hai)
हिंदी पंचाग के अनुसार प्रतिवर्ष माघ मास की शुक्लपक्ष की पंचमी Basant Panchami Festival in Hindi को ही बसन्त पंचमी के रूप में मनाया जाता है। यह शुभ दिन ऋतुराज बसन्त के आगमन की सूचना देता है जिस कारण इस दिन भगवान विष्णु व माता सरस्वती की पूजा का विधान होता है। इस वर्ष 2023 में बसन्त पंचमी का त्यौहार 26 जनवरी 2023 गुरूवार के दिन है।
बसन्त पंचमी त्यौहार शुभ मुहूर्त (Basant Panchami 2023 Shubh Muhurat)
बसंत पंचमी तिथि | शुभ मुहूर्त |
बसंत पंचमी कब है | 26 जनवरी 2023 गुरूवार |
बसंत पंचमी आरम्भ | 25 जनवरी 2023 को दोपहर 12:34 पर लगभग |
बसंत पंचमी समाप्त | 26 जनवरी 2023 को सुबह 10:28 मिनट पर लगभग |
बसन्त पंचमी पूजा शुभ मुहूर्त | 26 जनवरी 2023 को प्रात: 07:06 मिनट से लेकर दोपहर 12:34 मिनट तक लगभग |
पंचाग के अनुसार माघ शुक्ल पंचमी तिथि कि शुरूआत 25 जनवरी 2023 को दोपहर 12:34 मिनट पर लगभग हो जाएगी। और अगले दिन यानी 26 जनवरी 2023 को सुबह 10:28 मिनट तक बंसत पंचमी रहेगी। उदयातिथि के अनुसार इस वर्ष बंसत पंचमी का त्यौहार 26 जनवरी 2023 गुरूवार के दिन रहेगा।

बसन्त पंचमी पर सरस्वती पूजा मुहूर्त
इस दिन माता सरस्वती कि पूजा आप 26 जनवरी को प्रात: 07:12 मिनट से लेकर दोपहर 12:34 मिनट तक कर सकते है। यानी कैलेंडर के अनुसार माता कि पूजा करने कि कुल अवधि 05 घंटे कि है।
बसंत पंचमी कैसे मनाते है (Basant Panchami Festival Celebration)
इस त्यौहार वाले दिन सभी लोग पीले रंग के वस्त्र पहनते है क्योंकि यह पीला रंग जीवंतता व प्रकृति का प्रतीक है इस महीने में हमारे चारो ओर पीले-पीले रंग की चादर बिछी हुई दिखाई देती है। क्योंकि किसानों के खेतो में सरसों के फूल ऐसे लहराते है जैसे प्रकृति ने पीले रंग की चादर ओढ़ रखी है।
इस त्यौहार वाले दिन कार्यक्रमों का आयोजन करते है जिसमें माता सरस्वती की रखी जाती है और उनके चरणों मे पीले रंग के पुष्प अर्पण करते है तथा केसरिया रंग व पीले रंग के चावल बनाकर प्रसाद चढ़ाया जाता है। इस दिन और पीलें रंग के वस्त्र पहनती है तथा नृत्यगान करती है।
बसन्त पंचमी त्यौहार 2023 पर बन रहे है 4 शुभ योग
इस त्यौहार पर सभी लोग मिलकर माता सरस्वती कि पूजा-अर्चना करते है और बात करे इस वर्ष कि तो इस पर्व पर 4 शुभ योग बन रहे है। जो कि निम्नलिखित है-
- शिव योग:- 26 जनवरी 2023 कि सुबह 03:10 मिनट से लेकर दोपहर 03:29 मिनट तक शिव योग रहेगा। मान्यताओं के अनुसार इस योग में पूजा-अर्चना करना अति शुभ माना जाता है।
- सिद्ध योग:- शिव योग कि समाप्ति के बाद सिद्ध योग शुरू हो जातएगा जो पूरी रात्रि तक रहेगा। मान्यताओं के अनुसार सिद्ध योग को भी बहुत ही अच्छा व शुभ माना जाता है।
- सर्वार्थ सिद्धि योग:- यह योग 26 जनवरी 2023 को शाम के 06:57 मिनट से लेकर दूसरे दिन यानी 27 जनवरी को प्रात: 07:12 मिनट तक रहेगा। कहा जाता है इस योग में किए जाने वाले र्का सदैव सफल व संपन्न होते है।
- रवि योग:- यह योग शाम के 06:57 मिनट से शुरू होकर अगले दिन सुबह 07:12 मिनट तक रहेगा। कहा जाता है रवि योग में किए हुए कार्यो पर सूर्य देव कि कृपा बनती है और अमंगल दूर होते है।
बसंत पंचमी पूजा विधि/Basant Panchami Puja Vidhi in Hindi
इस त्यौहार वाले दिन प्रात: जल्दी उठरक स्नान आदि से मुक्त होकर पीले रंग के वस्त्र धारण करे। जिसके बाद माता सरस्वती की चरण वंदना करके पूजा करे। पूजा में पीले रंग के पुष्प व भोग अर्पण करे। इस दिन सरसों के फूल चढ़ाना अति आवश्यक है। माता का धूप, दीप, चावल, चंदन आदि से अभिषेक करे। इस दिन माता लक्ष्मी जी और भगवान विष्णु जी की भी पूजा करना आवश्यक है।

Basant Panchami Katha in Hindi (बसंत पंचमी कथा)
धार्मिक ग्रंथो के अनुसार जब भगवान ने पूरी सृष्टी की रचना की थी उस समय मानव रचना नहीं की थी। जिस कारण धरती पर किसी प्रकार की हलचल व ध्वनि नहीं थी। इस प्रकार की शांति को देखकर सभी देवतागण हैरान हो गए और भगवान त्रिदेवो से कहने लगे की अभी कुछ कमी है। जिस कारण पृथ्वीलोक पर इसी प्रकार की शांति का वातावरण है देवताओं की इस बात को सुनकर ब्रह्मा जी ने भगवान शिवजी और विष्णुजी से कहा की मैं इसका उपाय करता हॅॅू।
सृष्टी के पालहर्ता श्री हरि से आज्ञा लेकर ब्रह्मा जी ने अपने कमंडल से जल अपने हाथों में लेकर मंत्र का उच्चारण किया और पृथ्वी पर छिड़क दिया। वह पर एक शक्ति उत्पन्न हुई जिसके एक हाथ में वीणा तथा दूसरे हाथ में तथास्तु मुद्रा थी। तीसरे हाथ में पुस्तक और एक में माला थी यह अदभुत देवी माता सरस्वती थी। सभी देवताओं ने देवी सरस्वती को प्रमाण किया, और कहा की इस सृष्टि में ऐसा मधुरनाद भर दो जिसको सुनते ही लागे विभोर हो जाएग। इस प्रकार माता सरस्वती उत्पन्न हुई और लोगो में ध्वनि व स्वर कला आदि का प्रतीक बनी।
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दोस्तो आज के इस लेख में आपको बसंत पंचमी Basant Panchami Festival के बारें में बताया है। हमारे द्वारा बताई हुई जानकारी पसंद आई हो तो लाईक करे व अपने मिलने वालो के पास शेयर करे। और यदि आपके मन में किसी प्रकार का प्रश्न है तो कमेंट करे।
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