Mobile Phone क्या है ? What Is Mobile Phone In Hindi | सबसे पहले मोबाइल फोन का नाम क्या था ?Who Invented The Phone | फोन का आविष्कार किसने किया है | Mobile Ka Avishkar Kisne Kiya | मोबाइल फोन के फाएदे | अगर आप लोग इन सभी प्रश्नों के उत्तर नहीं जानते है तो हमारे इस लेख काे पूरा पढ़े और जानीये सभी प्रश्नों के बारे में।
दोस्तो 21 वीं सदी में Technology इतनी ज्यादा बढ़ गयाी है की अब हम माेबाइल फोन ( Mobile Phone ) की मदद से न केवल बात-चीत करते है। बल्कि Mobile Phone me Internet के माध्यम से हम Facebook, Whatsapp, Google, Twitter, Gmail Account आदि से अपने दोस्तो व रिश्तेदारों से जुड़े होते है। और उनसे घर बैठे बात भी कर सकते है। आज के समय में मोबाइल फोन से लोगो की जिदंगी बहुत आसान हो गयी है वो अपने घर बैठे इटनेट के माध्यम से ऑफिस का काम, बिजली का बिल, अकाउटं में पैसे डालना, और तो और ऑनलाइन पैसे भी कमा सकते है। आज की दुनिया में हम सभी को मोंबाइल के बिना जीना असम्भव सा लगता है।

जब आप मोबाइल फोन को चलाते है तो आपके मन में कई बार यह प्रश्न आता होगा, की मोबाइल फोन को किसने बनाया और कब, तथा कैसे बनाया। और इसे बनानें बाला व्यक्ति कौन है। यदि आप इस सभी प्रश्नो से अनजान है तो इस पोस्ट के माध्यम से जान जाएगे। की पहला मोबाइल कब बना था, और किसने बनाया था। इन सभी जानकारीयो के लिए पोस्ट को अन्त तक जरूर पढ़े।
Mobile Phone क्या है ?
मोबाइल फाेन ( Mobile Phone ) एक ऐसा Wireless Device है मोबाइल फोन के माध्यम से दो व्यक्ति एक दूसरे से दूर होते हुये भी, आपस में बात कर सकते है। 19 वीं सदी के फोन से केवल हम एक-दूसरे से बात कर सकते थे। किन्तु आज के मोबाइल फोन से हमे बहुत सारी सुविधाऐ प्राप्त है। जैसे; Web Browser, Video Game, Rangeen Camera, Video Player, Bluetooth, Audio Recorder, MP3 Player आदि। टेलीफोन भी मोबाइल की तरह काम करता है लेकिन इससे दो व्यक्ति ही बात कर सकते है। किन्तु मोबाइल फोन से दो या दो से अधिक व्यक्ति बात कर सकते है। Mobile Phone टलीफोन से बहुत छोटे होते है

आज के मोबाइल फोन आप एक बार फुल चार्ज करके, उसे दो दिनों तक आराम से चला सकते है। परन्तु 19 वीं सदी का मोबाइल फोन 10 घंटे मे फूल चार्ज होते थे, और उससें लगभग 20 से 30 मिनट तक बात कर सकते थे। किन्तु आज के समय आए हुऐ Smart Phoneo ने बहुत ज्यादा तरक्की कर ली है। मोबाइल फोन एक ऐसा वायरलेस डिवाइस है आप इसका उपयोग करके दूर-दूर तक एक जगह से दूसरी जगह तक काम में ले सकते है। और बात करने के अलावा और भी कई काम कर सकते है। जैस- किसी के पास SMS करना, What step पर मेसेज और वीडि़यो कॉलिगं करना आदि।
पहले मोबाइल फोन का आविष्कार कब हुआ और किसने किया।
दोस्तो सन 1876 में एलेगजेंड़र ग्राहम बेल के द्वारा टेलीफोन का आविष्कार किया गया। टेलीफोन के माध्यम से केवल दो व्यक्ति ही बात कर सकते है। परन्तु बाद में कई वैज्ञानिको ने सोचा की, कोई एक ऐसा यंत्र बनाऐ, जिसके माध्यम से दो से अधिक व्यक्ति बात कर सके। यह सोचकर कई वैज्ञानिको ने इस पर काम शुरू कर दिया। इनमें से कुछ ऐसे वैज्ञानिक थे जो ये सोचते थे, की एक ऐसा यंत्र बनाऐ। जिससे बिना केवल दो या उससे अधिक लोग आपस में बात कर सकते है।

दोस्तो दुनिया के पहले मोबाइल फोन Mobile Phone का निमार्ण अमेरीका के इंजनियर मार्टिन कूपर नामक वैज्ञानिक ने किया था। जिसे उन्होने 3 अप्रैल 1973 को दुनिया के सामने प्रदर्शित किया था। यह फोन विश्व का पहला माेबाइल फोन था, जो कि आम लोगो को एक-दूसरे से बात करने के लिए बनाया गया था। क्योंकि इससे पहले के मोबाइल फोन रेडि़यों वायरलेस फोन उपलब्द थे, किन्तु इनका ज्यादातर उपयोग फौज के द्वारा किया जाता था।
सबसे पहले मोबाइल फोन का नाम क्या था ?
मै आपको इस लेख मे बताउंगा की दुनिया के पहले मोबाइल फोन का नाम क्या था ? तो चलिए आगे बढते है। आप सभी काे बता दूॅ की, सन 1973 में जो मोबाइल फोन बनकर लॅाच हुआ था। जिसका नाम ( 0G ) ( ZERO GENERATION ) था। और यह 9 इंच का तथा इसका वजन 2.5 पाउंड़ या नहीं की 1.1 किलोग्राम का था। कूपर को इसका आविष्कार करने के बाद मोबाइल कॉल इंडस्ट्रीज और टेलीकाॅम इंड़स्ट्रीज की शुरूआत होने लगी। लेकिन पहला मोबाइल फोन बनने के 10 साल बाद ही सन 1983 में मोटरोला कंपनी ने आम लोगो के लिए बाजार के अंदर लांच किया।
तब इसका नाम Motorola Dyna TAC 8000X रख दिया। उस समय इस मोबाइल फोन ( Mobile Phone ) की कीमत लगभग 3995 डॉलर ( 2.80 लाख रूपये ) थी। इस फोन की बैटरी एक बार फूल चार्ज करने के बाद लगभग 6 घण्टों तक चलती तथा 20 से 30 मिनट तक बात कर सकते थे। और इसमें फोन में लगभग 30 से ज्यादा लोगो के नबंर सेव हो जाते थे।
मोबाइल फोन का निमार्ण कहा किया
पहले मोबाइल फोन का निमार्ण मार्टिन कूपर ने अमेरीका देश की मैन हैटन में स्थित अपनी लैबा में किया था। और पहला कॉल न्यूजर्सि में स्थित वैल लेबस के मुख्यालय में स्थित अपने ऑफिस से किया था। मार्टिन कूपर ने आज के समय की अग्रणी मोबाइल कंपनी मोटूरल्ला के साथ मिलकर मोबाइल फोन का आविष्कार किया था। बाद में इस नेवेश कंपनी Chief Executive Officer ( मुख्य कार्यकारी अधिकारी ) भी बने़। बाद में मार्टिन कूपर को दुनिया के पहले मोबाइल फोन बनाने के रूप में संचार के क्षेत्र में किये गये विलक्षण कार्य के लिए सन 2013 में मार्कोनी पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
सबसे पहले मोबाइल फोन सेवा शुरू

दुनिया की पहली कमरशिल सोलर फोन सेवा NTT नामक जापनी कंपनी ने सन 1979 में टोक्यों में शुरू की थी। इसके बाद 1981 में डेनमार्क, फिंनलैण्ड, नार्वे और स्वीड़न में मोबाइल फोन सेवाए शुरू की गई थी। जिसका नाम था, नॉर्दिक मोबाइल टेलीफोन। और सन 1983 में अमेरीका देश के शिंकागों शहर में Ameritech नाम से 1 जीवी टेलीफोन नेटवर्क की सेवाए शुरू की गई थी।
भारत में मोबाइल फोन सेवा कब शुरू हुयी
दोस्तो जैसा की हमने ऊपर बताया की कई देशों में माेबाइल फोन सेवा बाजार में सन 1983 मं लांच की गई थी। हम बात करें भारत देश की, तो आपाको बता दे की भारत में पहली मोबाइल फोन ( Mobile Phone ) सेवा 15 अगस्त 1995 को दिल्ली में गैर व्यावसायिक तौर शुरू हुयी। उस समय भारत के केंद्रीय दूरसंचार मंत्री श्री सुख राम जी थे। और उसी समय पश्चिम बंगाल राज्य के मुख्यमंत्री श्री ज्योति बासु थे। इन दोनो ने आपस में देश में 31 जुलाई 1995 को एक दूसरे से मोबाइल फोन पर बात की थी। यह भारत देश की पहली मोबाइल के द्वारा सेवा थी। या नहीं की 12 वर्षो के बाद भारत में मोबाइल फोन सेवा आयी।
यह कॉलिंग दिल्ली के संचार भवन से कलकत्ता की राइटर्स बिल्डिंग पर कनेक्ट हुआ, और सेलुलर काॅलिंग से ही मोबाइल सेवा शुरू हुयी। देश में इसी मोबाइल सर्विस के द्वारा मोदी टेल्स्ट्रा सर्विस उपलब्ध करी। उस समय एक कॉल की कीमत 16 रूपये प्रति मिनट के हिसाब से थी। इसके बाद सन 1994 में ज्योति बसु ने भूपेंद्र मोदी से एक मुलाकात के दौरान कहा की, कोलकत्ता में सबसे पहले मोबाइल फोन सेवा नेटवर्क की शुरूआत होनी चाहिऐ। बाद में इस प्रोजेक्ट को बीके मोदी की कंपनी मोदी टेल्स्ट्रा ने ऑस्ट्रेलिया की टेल्स्ट्रा कंपनी के साथ मिलकर यह काम शुरू कर दिया।

मोबाइल फोन के फायदे और नुकसान | Mobiles Advantage and Disadvantage In Hindi
प्यारे दोस्ताे आज की दुनिया में मोबाइल फोन सभी की जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। आज के समय में छोटे से लेकर बड़ो तक Mobile Phone है। चाहे वह आम आदमी वो या फिर बिजनिस मैन , या फिर गरीब हो या अमीर। किन्तु कई बार आपके मन में प्रश्न आया होगा की इसके क्या फायदे और नुकसान है। जैसे -जैसे समय बीतता जा रहा है वैसे-वैसे टेक्लोलॉजी बढ़ती जा रही है। जैसे – माेबाइल फोन सेवा, लेपटॉप, इटनेट, टीवी, आदि। किन्तु बहुत कम लोग यह बात नही जानते के ये सब नुकसान भी करते है। जानिये इसके फायदे और नुकसान जो की नीचे इस प्रकार से है।
मोबाइल फोन के फायदे
- आज के समय में Mobile Phone की मदद से लोग एक-दूसरे से जुड़े हुऐ है, चाहे वो विश्व के किसी भी कोने पर हो।
- आज की दुनिया में मोबाइल छोटो से लेकर बड़ो तक मनोरंजन का साधन है। जो की बहुत ही महत्पूर्ण है।
- फोन के जीपीएस सिस्टम से या नी फोन की Location से कही पर भी जा और आ सकते है।
- मोबाइल फोन के माध्यम से हम ऑनलाइन कपड़े, खाना, बुक आदि कुछ भी मगवा सकते है।
- और तो और अपने घर बैठे हुये बिजली का बिल, अकाउंट में पैसे ट्रास्फर आदि कर सकते है।
- आज हम मोबाइल के द्वारा ऑनलाइन बिजनिस कर के पैसे कमा सकते है।
- आज हम दुनिया में किसी वस्तु या जगह और किसी बड़े व्यक्तिो को भी देख सकते है।
- मोबाइल फोन से आज इटनेट के माध्यम से ईमेल, सदेंश और फोटो भी एक-दूसरे के पास भेज सकते है
ऐसे बहुत से फायदे है जो की आप देख सकते है हर जगह आज मोबाइल फोन के माध्यम से हम कही भी आना जाना, इटनेट पर कुछ भी देखना आदि।
मोबाइल फोन के नुकसान
दोस्तो ज्यादातर लोगो को मोबाइल फोन के फयदे ही दिखाई देते है। किन्तु बहुत कम लोग यह जानते है कि इनके जितने फायदे है उतने ही नुकसान है। वैसे जो यह बात व्यक्ति के ऊपर निर्भर होती है, की वह Mobile Phone को किस तरह से उपयोग में लेना है। हमने आपको फायदे तो ऊपर बता दिये है परन्तु कुछ नुकसान है जो की नीचे दिये गये है।

- आज की दुनिया में फोन लोगो को गैर संचारी बना चुका है जैस- आपको कोई दोस्त आपसे थोड़ी दूरी पर रहता है तो आप उससे मिलने के बजाय फोन पर बात कर लेते है। किन्तु जब फोन नहीं थे, तब आप खुद चलकर अपने दोस्त से मिलने जाते थे।
- शायद कम लोग ही ये बात जानते है की मोबाइल फोन से निकले वाला रेडिएशन ( Radiation ) से मानव के शरीर को बहुत ज्यादा नुकसान देय होता है।
- ज्यादा तर आज के समय में मोबाइल के कारण विद्यार्थी गलत लाईन में जाते है किन्तु बहुत कम विद्यार्थी ऐसे है जो मोबाइल के माध्यम से अपना भविष्य सुधार लेते है।
- मोबाइल के कारण लोगो की सोच नकारात्मक बन गई है और लोगो के इससे फिजूल के खर्चे भी बढ़ जाते है।
- खास तौर पर मोबाइल फोन लोगो का समय बर्बाद करता है। और साथ ही बीमारीयो का कारण होते है
ऐसे बहुत से नुकसान है जो कि मोबाइल फोन के माध्यम से हो रहे है।
Note :- दोस्तो आपको बता दे की भारत में सबसे पहले मोबाइल फोन Nokia Company का आया था। जिसका सबसे पहले प्रयोग वेस्ट बगांल के में हुआ था।
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