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Yamuna Chhath in Hindi~Chaiti Chhath Puja यमुना छठ व चैती छठ पूजा जानिए कथा एवं शुभ मुहूर्त

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Chaiti Chhath Puja in Hindi

साथियों हमारा भारत देश महान है क्‍योंकि यहा प्रतिदिन व्रत व त्‍यौहार आते रहते है और इसी लिए भारत को पावन त्‍यौहारों की भूमि व देश कहा जाता है। और आज में हम आपको चैती छठ पूजा 2024 के बारें में विस्‍तार से बाएगे। जो की प्रतिवर्ष चैत्र मास की कृष्‍णपक्ष की छठ को किया जाता है। जो की लगाता चार दिनों तक किया जाता है यदि आप भी छठ पूजा करती है तो नीचे दी गई कथा व पूजा विधि एवं शुभ मुहूर्त पढ़कर अपनी पूजा पूर्ण कर सकती है।

चैती छठ पूजा Yamuna Chhath Puja 2024

Chhath Puja
Chhath Puja

हर साल चैत्र के महीने की कृष्‍णपक्ष की षष्‍ठी अर्थात छठी को चैती छठ के नाम से जाना जाता है जो की चार दिनों तक लगातार चलता है। जिसे चार दिवसीय पर्व कहा जाता है इस पर्व का पहला दिन नहाय-खाय के नाम से जाना जाता है। तथा दूसरा दिन खरना व तीसरे दिन डूबते हुऐ सर्यू देव को जल का अर्घ्‍य देते है। और चौथे दिन अर्थात अंतिम दिन को उगते हुऐं सूर्य भगवान को अर्घ्‍य देते है। और छठ पूजा महापर्व को समाप्‍त करती है। कैलेंडर के अनुसार यह व्रत वर्ष में दो बार आता है जिसमें पहला चैत्र के महीने में अर्थात अप्रैल में महीने में मनाया जाता है।

दूसरा छठ महापर्व कार्तिक महीने में आने वाली छठ (षष्‍ठी) के दिन मनाया जाता है। इस व्रत को सभी सुहागन औरते निर्जला रखती है और खरना के दिन रात्रि में पूजा के बाद गुड़ व खीर खाती है। देश के कई स्‍थानों पर खरना को लोहंडा के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन प्रात: स्‍नान आदि से मुक्‍त होकर भगवान सूर्य की पूजा अर्चना की जाती है और पूरे दिन निर्जला व्रत रखती है शाम के समय पूजा में खीर व गुड़ की रोटी बनाई जाती है। जिसे रसिया के नाम से जाना जाता है जो प्रसादन मिट्टी के चूल्‍हे पर आम की लकड़ीयों से पकाया जाता है।

चैती छठ शुभ मुहूर्त Yumuna Chhath Puja Muhurat

हर साल यमुना छठ पर्व चैत्र कृष्‍णपक्ष की षष्‍टी को मनाई जाता है इस बार षष्‍ठी 14 अप्रैल 2024 को मनाई जाएगी। विष्‍णु पुराण के अनुसार कथाओं में देवी यमुना को भगवान श्री कृष्‍ण जी की पत्‍नी स्‍वरूप में बताया हुआ है। इस लिए पूरे ब्रजवासि हर साल शुक्‍ल पक्ष छठ को यमुना छठ मनाई जाती है।

यमुना छठ पूजा 2024 Yamuna Chhath in Hindi

प्‍यारे भाई व बहनों हमारा देश भारत त्‍यौहारो का देश कहलाता है क्‍योंकि यहा हर दिन या तो व्रत या फिर त्‍यौहार से जुड़ा हुआ रहता है। और आज के इस छोटे से लेख में हम आपको यमुना छठ की पूजा के बारें में बताएगें जिसका अधिक महत्‍व मध्‍य भारत के कई राज्‍यों में है। भारत मेें यमुना छठ को कई स्‍थानों पर यमुना जयंती Yamuna jayanti के नाम से जानते है और इसे जयंती के रूप में मनाते है। यदि आप यमुना छठ का व्रत रखती है तो लेख में नीचे दी गई व्रत कथा व पूजा विधि को पढ़कर अपना व्रत पूर्ण कर सकती है।

यमुना छठ पूजा (Chhath Puja 2024 )

पुराणों व वेदों के अनुसार यमुना जी का उदगम (प्रक्रट) चैत्र कृष्‍णपक्ष की छठ (षष्‍ठी) को हिमाचल प्रदेश के उत्तरकाशी जिले के गढ़वाल मेें हुआ था। जो भारत के कई राज्‍यों में बहती हुई अंत में प्रयाग (प्रयागराज) में जाकर गंगा नदी में मिल जाती है। इस नदी के किनारे बहुत से शहर व ऐतिहासि इमारते बनी हुई है जैसें- काशी, दिल्‍ली, आगरा, लालकिला, ताजमहल आदि। इसी लिए इस दिन यमुना जयंती मनाई जाती है तथा यमुना माता की पूजा की जाती है और सुहागन औरते व्रत रखकर पूजा आदि करती है। पौराणिक मान्‍यताओं के तहत देवी यमुना जी भगवान सूर्य देव की पुत्री और शनिदेव व यमराज की बहन है। तथा कई जगह पर उल्‍लेख मिलता है की भगवान श्री कृष्‍ण जी ने यमुना जी से विवाह किया था।

Chaith Puja

यमुना छठ कब है (Chhath Puja )

यमुना छठ पूजा प्रतिवर्ष चैत्र महीने की कृष्‍णपक्ष की षष्‍ठी को किया जाता है जो की इस वर्ष 14 अप्रैल 2024 के दिन रखी जाएगी। वर्ष 2024 में यमुना छठ को विशेष महत्‍व बताया गया है क्‍योकिं इस बार यह चैत्र नवरात्रि त्‍यौहारों Navratri Festival के मध्‍य में पड़ रही है। अर्थात यमुना छठ व्रत वाले दिन नवरात्रि षष्‍ठी Chaitra Navratri की देवी कात्‍यानी की पूजा अर्चना की जाती है।

चैत्र मास की कृष्‍ण पक्ष की षष्‍टी तिथि यमुना छठ पर्व मनाया जाता है जिसकी शुरूआत 13 अप्रैल 2024 को दोपहर 12:04 मिनट पर होगी। उसके बाद 14 अप्रैल 2024 को सुहि 11/43 मिनट पर होगा। इस पर्व वाले दिन सभी औरते सुबह जल्‍दी किसी नदी, तालब के स्‍थान पर यमुना मैया की पूजा करती है।

  • स्‍नान दान समय:- सुबह 04:47 मिनट से लेकर सुबह के 05:12 मिनट पर
  • रवि योग:- सुबह 05:56 से प्रात: 01:35 (15 अप्रैल को)
  • त्रिपुष्‍कर योग:- प्रात: 01:35 से सुबह 05:55 (15 अप्रैल को)

आज के इस लेख में आपको छठ पूजा व यमुना छठ Chhath Puja के बारें में जानकारी प्रदान की है। जो पौराणिक मान्‍यताओं, कथाओं, न्‍यूज के बेसिक पर लिखकर बताई है आपको बताना जरूरी है Onlineseekhe.com किसी भी तरह की पुष्टि नहीं देता है। अधिक जानकारी के लिए किसी संबंधित विशेषज्ञ, पंडित अथवा विद्धान के पास जाएगा। आपको अच्‍छी लगी तो लाईक करें व अपने मिलने वालो के पास शेयर करे। और प्रश्‍न है तो कमेंट करके जरूर पूछे।

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